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MS Dhoni (एम एस धोनी): टिकट कलेक्टर से विश्व विजेता कप्तान बनने तक

(MS Dhoni)महेंद्र सिंह धोनी सम्भवतः भारतीय क्रिकेट टीम के सफलतम कप्तान कहे जाएंगे। आने वाले वक्त में मुमकिन है कि कोहली बहुत बेहतर कर जाएं मगर भारतीय टीम को जो मजबूती मिली है वो महेंद्र सिंह धोनी की बनाई हुई है।

MS Dhoni इंस्टाग्राम पर 15 अगस्त 2020 की शाम 7 बजकर 29 मिनट पर महेंद्र सिंह धोनी ने पोस्ट किया था कि उन्हें इस वक़्त से रिटायर्ड मान लिया जाए। महेंद्र सिंह धोनी ने सबको चौंका दिया था ठीक वैसे ही जैसे टेस्ट क्रिकेट से सन्यास की घोषणा से चौंकाया था,ठीक वैसे ही जैसे वन डे टीम की कप्तानी युवा विराट कोहली के हाथों में सौंप कर चौंकाया था।

आज MS Dhoni  धोनी का जन्मदिन है.

शुरुआती जीवन

MS Dhoni महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची , झारखण्ड (तब बिहार) में हुआ था। उनका पैतृक गांव लावली उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा ब्लॉक में है। धोनी के माता-पिता नौकरी के सिलसिले में उत्तराखंड से रांची आ गए, जहां उनके पिता पान सिंह मेकॉन (MECON) में जूनियर मैनेजमेंट के पद पर काम करते थे।
 उन्हें उनके स्कूल के फुटबॉल कोच ने एक स्थानीय क्रिकेट क्लब के लिए क्रिकेट खेलने के लिए भेजा गया था।

अपने विकेट कीपिंग के कौशल से धोनी ने सभी को प्रभावित किया और कमांडो क्रिकेट क्लब (1995-1998) में विकेटकीपर बने। क्लब क्रिकेट में उनके प्रदर्शन को देखकर उन्हें 1997/98 सीजन के वीनू मांकड़ ट्रॉफी अंडर-16 चैम्पियनशिप के लिए चुना गया और उन्होंने वहाँ शानदार प्रदर्शन किया।

महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट करियर

MS Dhoni  धोनी ने 18 वर्ष की उम्र में 1999-2000 के सत्र में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी खेल कर शुरुआत की । हालांकि बाद में विभाजन के बाद धोनी झारखण्ड की ओर रणजी खेलने लगे।

दिसंबर 2004 में धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 157 वें भारतीय क्रिकेटर के रूप में डेब्यू किया । अपने पहले मैच में धोनी शून्य पर रन आउट हो गए थे। धोनी ने अपना पहला टेस्ट एक साल बाद 2005 में श्रीलंका के विरुद्ध खेला। धोनी भारत के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच का हिस्सा थे। उन्होंने दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया।

फिर आता है वर्ष 2007 जब भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में ग्रुप लीग मैचेस में ही बाहर हो चुकी थी और एक और बार वर्ल्ड कप गंवा चुकी थी। भारत का सपना अब भी सपना ही रह गया था। मगर उसी साल साउथ अफ्रीका में आयोजित पहले टी 20 विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी को दी गयी। धोनी के ऊपर एक बेहद युवा टीम की ज़िम्मेदारी थी और उन्होंने इसे बख़ूबी निभाया। भारत ने टी 20 विश्व कप का फाइनल अपने चिर प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान के साथ खेला। न सिर्फ़ वह मैच बल्कि वह पूरा टूर्नामेंट ही जीत कर धोनी ने विश्व को बता दिया कि अब उनका समय है।

फिर नहीं थमा जीत का सिलसिला

2007 के बाद भारतीय टीम में जिस ऊर्जा की ज़रूरत थी वो धोनी के रूप में आ चुकी थी और भारतीय टीम विजय अभियान पर निकल चुकी थी। एक एक कर के सीरीज जीती गईं, रिकॉर्ड तोड़े गए। वर्ष 2009 में पहली बार भारत टेस्ट में नम्बर एक बना और कप्तान थे महेंद्र सिंह धोनी। उनकी कप्तानी में टीम 600 दिनों तक टेस्ट की नंबर एक टीम बनी रही। धोनी ने भारत को घर मे 21 टेस्ट जिताये हैं और इस मामले में वे सबसे सफल भारतीय कप्तान हैं।

वर्ष 2011 में भारतीय क्रिकेट टीम के 28 साल का इंतज़ार ख़त्म हुआ । भारत ने आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता और कप्तान थे महेंद्र सिंह धोनी। श्री लंका के खिलाफ फाइनल मैच में खेली गई उनकी 91 रन की नाबाद पारी आज भी क्रिकेट प्रेमियों के जहन में है। उसी मैच में जब धोनी ने एक लंबा छक्का मार कर भारतीय टीम को वर्ल्ड कप जिताया तो कमेंटेटर रवि शास्त्री ने अपने अंदाज में कहा था “Dhoni finishes off in his style.” और यह सच था यही धोनी का अंदाज़ था, निडरता और विश्वास।

वर्ष 2013 में धोनी की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी जीती और इसके साथ ही महेंद्र सिंह धोनी पहले और अब तक के इकलौते ऐसे कप्तान बने जिसने सभी आईसीसी ट्राफी जीती हैं।

रिकार्ड्स पर एक नज़र

● धोनी के नाम कप्तान के रूप में अब तक सबसे ज़्यादा मैच (332) खेलने का रिकॉर्ड है।

● धोनी के नाम 195 स्टम्पिंगस हैं जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

● धोनी आईसीसी की तीनों मेजर ट्रॉफीज जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं।

● धोनी सबसे ज़्यादा वन डे फाइनल्स तक पहुंचने वाले इकलौते कप्तान हैं। (6 बार)

● वन डे में सबसे ज़्यादा नाबाद रहने का रिकॉर्ड भी महेंद्र सिंह धोनी के नाम है । (84 बार)

यह सच है कि दूसरा महेंद्र सिंह धोनी अब दोबारा नहीं होगा, दुनिया में बस एक ही धोनी था और कल उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है हालांकि वे अभी आई पी एल खेलेंगे। धोनी की सन्यास की घोषणा पर गूगल ने भी ट्वीट कर के कहा “हम सर्च करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन एमएस धोनी, आपके जैसा कोई नहीं मिलने वाला।”

आख़िर में उनके सन्यास के बाद हर्षा भोगले के ही ट्वीट किये इन शब्दों के साथ हम महेंद्र सिंह धोनी को भविष्य के लिए असीमित शुभकामनाएं और उन तमाम उपलब्धियों के लिए धन्यवाद करते हैं जो उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम और राष्ट्र को दी।

” Unforgettable in blue. See you in yellow , MS Dhoni”.”

हर्षा भोगले
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