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Deoria Tal

देवरिया ताल: उत्तराखण्ड की गोद में बसी एक ख़ूबसूरत जगह

उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग में स्थित हिमालय की गोद में बसा देवरिया ताल हरे भरे वृक्षों और सफ़ेद बर्फ़ से ढंकी हुई चट्टानों वाला एक बेहद ख़ूबसूरत पर्यटक स्थल है। रुद्रप्रयाग से 49 किलोमीटर दूर और समुद्र तल से 2438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित देवरिया ताल हरे भरे पेड़ों से घिरी हुई एक सुंदर झील है। प्रकृति प्रेमियों के लिए तो देवरिया ताल किसी स्वर्ग से कम नहीं है और वहीं दूसरी ओर ट्रेकिंग को पसंद करने वालों के लिए भी देवरिया ताल एक बहुत ही ख़ूबसूरत ट्रेक है। रुद्रप्रयाग के उखीमठ से 12 किलोमीटर दूर देवरिया ताल आपको ट्रेकिंग का एक अलग अनुभव प्रदान करेगा।

प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है देवरिया ताल

400 मीटर लम्बे और 700 मीटर चौड़े किसी कटोरे के आकार वाले देवरिया ताल की ख़ूबसूरती देखते ही बनती है।
यह झील हरे भरे पहाड़ी वृक्षों से घिरी होने के कारण और भी ज़्यादा सुंदर नज़र आती है। इस झील को ‘रिफ्लेक्शन लेक’ भी कहा जाता है और इसका कारण है कि गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ,केदारनाथ,नीलकंठ और चौखम्भा शिखर की चोटियां इस झील के पानी में साफ़ प्रतिम्बिबित होती हैं।

अगर आप ट्रेकिंग पसंद करते हैं तो देवरिया ताल आपको ज़रा भी निराश नहीं करेगा। देवरिया ताल ट्रेक लगभग 3 किलोमीटर का एक आसान ट्रेक है। सारी गाँव से शुरू इस ट्रेक पर आप हरे भरे पेड़ और बर्फ़ से ढंके सुंदर पहाड़ देख सकते हैं।

यदि आप पक्षियों से प्रेम करते हैं तो आपको एक बार देवरिया ताल ज़रूर आना चाहिए। हरे भरे जंगल और प्राकृतिक तौर पर बेहद सुंदर होने की वजह से यहाँ पक्षियों की कई प्रजातियां देखी जा सकती हैं।

धार्मिक मान्यताओं से भी जुड़ा है देवरिया ताल

अपनी प्राकृतिक सुंदरता के अलावा देवरिया ताल हिन्दू धार्मिक मान्यताओं से भी जुड़ा हुआ है। पुराणों में देवरिया ताल को ‘इंद्र सरोवर’ कहा गया है। किवदंती है कि देवता इस झील में स्नान करने आते थे। यह भी माना जाता है कि पांडवों से सवाल पूछने वाला यक्ष भी इसी सरोवर में रहता था जो कि प्राकृतिक सम्पदाओं का रखवाला है। माना जाता है कि इस ताल में स्नान करने और पूजा करने से सभी मन्नतें पूरी होती हैं।

देवरिया ताल जाएं तो यह चीज़ें ज़रूर करें

यदि आप देवरिया ताल जाएं तो ये कुछ चीज़ें आपको ज़रूर देखनी और करनी चाहिए ।

● नौका विहार करें – देवरिया ताल जाएं तो नौका विहार का आनन्द ज़रूर लें, प्रकृति की गोद में नौका विहार आपको असीम शांति प्रदान करेगा।

● बर्ड वाचिंग- देवरिया ताल अपने हरे भरे जंगलों के कारण कई सुंदर पक्षियों का घर है। देवरिया ताल जा कर इन सुंदर पक्षियों को देखना आपके लिए बेहद सुखद अनुभव होगा।

● कैंपिंग करें – देवरिया ताल कैंपिंग करने के लिए भी काफ़ी अच्छी जगह है। चारों ओर बर्फ़ से ढके पहाड़ और हरे भरे जंगलों के बीच कैंपिंग करना बिल्कुल न भूलें। आप इस अनुभव को कभी नहीं भुला पाएंगे।

● सूर्योदय देखें- देवरिया ताल में निकलते सूरज को देखना एक बेहद अलग अनुभव है। देवरिया ताल जाएं तो सूर्योदय ज़रूर देखें। निकलते हुए सूरज के साथ चौखम्भा शिखर का मनोरम दृश्य आपका मन मोह लेगा।

● ट्रेकिंग करें- ट्रेकिंग पसंद लोगों के लिए भी देवरिया ताल एक बहुत अच्छी जगह है। सारी गांव से 3 किलोमीटर का आसान सा ट्रेक आपके लिए अविस्मरणीय होगा। उखीमठ से 12 किलोमीटर का एक और ट्रेक भी कर सकते हैं। यह ट्रेक घने जंगलों से घिरा हुआ है और बेहद ही ख़ूबसूरत है।

देवरिया ताल में कहाँ ठहरें?

देवरिया ताल में ठहरने के लिए लोक निर्माण विभाग और मंदिर समिति के विश्राम गृह बने हुए हैं जहाँ आप रुक सकते हैं। इसके अलावा आप कैंपिंग कर के तम्बुओं में भी रह सकते हैं। देवरिया ताल में होम स्टे भी उपलब्ध हैं जहाँ आप लोकल लोगों के घर पर किराया दे कर रह सकते हैं और उनके जीवन को समझ सकते हैं। भोजन के लिए ट्रेक के रास्ते पर कुछ छोटी दुकानें हैं जहाँ खाया जा सकता है या इन्हीं दुकानों से सामान ख़रीद कर ख़ुद खाना बनाने का भी लुत्फ़ ले सकते हैं।

कैसे पहुंचे देवरिया ताल

देवरिया ताल पहुंचने के लिए देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और दिल्ली से रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ के लिए बस की सुविधा है। आप इन जगहों से ऊखीमठ के लिए टैक्सी भी बुक कर सकते हैं। देहरादून से ऊखीमठ के लिये शेयर टैक्सी भी उपलब्ध होती हैं।

ऊखीमठ पहुंच कर वहाँ से टैक्सी ली जा सकती है। जो पाली गांव या मस्तुरा गांव से होते हुए आपको सारी गाँव ले कर जाएगी। पाली गांव से जाने पर बांज, बुरुस,कुमकुम के सुंदर पेड़ देख सकते हैं। सारी गाँव पहुंच कर 3 किलोमीटर का ट्रेक कर के देवरिया ताल पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा ऊखीमठ से 12 किमी का एक और ट्रेक भी है।

कब जाएं देवरिया ताल

देवरिया ताल जाने के लिए बरसात के मौसम यानी जुलाई, अगस्त को छोड़कर अन्य सभी मौसम उपयुक्त हैं। मई और जून देवरिया ताल जाने के सबसे उपयुक्त मौसम कहे जा सकते हैं। इस वक़्त देवरिया ताल का तापमान 15 डिग्री के आस पास होता है। देवरिया ताल जाने पर गर्म कपड़े साथ रखें।

देवरिया ताल एक नज़र में:

● उपयुक्त मौसम- बरसात के मौसम छोड़कर अन्य सभी, मई -जून और ठंड के मौसम सर्वाधिक।
● शरुआत- सारी गाँव
●ट्रेक- 3 किलोमीटर
●ट्रेक की कठिनता- आसान
●समुद्रतल से ऊंचाई- 2438 मीटर
●लोकेशन- रुद्रप्रयाग, गढ़वाल, उत्तराखण्ड
●कम से कम कितने दिन रुकें- 3-4 दिन
●नज़दीकी स्टेशन- ऋषिकेश (194.6 किलोमीटर)
●नज़दीकी एयरपोर्ट- जॉलीग्रांट, देहरादून (232.5 किलोमीटर)
●बस अड्डा- ऊखीमठ
●क्या करें- ट्रेकिंग,कैंपिंग,बर्ड वाचिंग, पूजापाठ
●दिल्ली से रूट(420 किलोमीटर)- दिल्ली-हरिद्वार-ऋषिकेश-देवप्रयाग-रुद्रप्रयाग-ऊखीमठ-सारी-ट्रेकिंग-देवरिया ताल

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